मुलुंड में ऐतिहासिक 501 पोथीजी के पाठ के साथ एक भव्य धार्मिक महोत्सव का आयोजन!

श्री कच्ची लोहाना सेवा मंडल द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा — मुलुंड में ऐतिहासिक 501 पोथीजी के पाठ के साथ एक भव्य धार्मिक महोत्सव का आयोजन!

मुंबई के मुलुंड (पश्चिम) क्षेत्र में स्थित श्री कृष्णधाम, रिचर्डसन क्रूडस ग्राउंड में आने वाले दिनों में आध्यात्म और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। श्री कच्ची लोहाना सेवा मंडल, रामबाग माटुंगा द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव ऐतिहासिक 501 पोथीजी के पाठ के साथ शुरू होने जा रहा है। यह पावन कथा 14 नवंबर से 20 नवंबर 2025 तक चलेगी, जहाँ प्रतिदिन शाम 4:00 बजे से 7:00 बजे तक भागवत कथा का आयोजन किया गया है।
इस कथा के वक्ता युवा भागवताचार्य पं. श्री आशीषभाई व्यास हैं, जिनकी वाणी में आध्यात्मिक ऊर्जा और धार्मिक संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। उनके कथा प्रवचनों के माध्यम से अनेक श्रोताओं को जीवन मूल्यों, संस्कृति और भगवान कृष्ण की भक्ति का अनूठा अनुभव प्राप्त होगा।
कथा का मुख्य आकर्षण 501 पोथीजियों का एक साथ पाठ है – जो मुलुंड में पहली बार आयोजित होने वाला एक ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन है। “कथा भागवतस्यापि नित्यं भवति यद्गृहे । थ” – भागवत पुराण के इस श्लोक के अनुसार, जहाँ श्रीमद्भागवत कथा का पाठ होता है, वह स्थान स्वयं तीर्थ बन जाता है। इसी भावना को साकार करने के लिए, पूरे मुलुंड क्षेत्र में भक्ति का उत्सव गूंजेगा।

श्री कच्ची लोहाना सेवा मंडल वर्षों से अनेक सामाजिक, धार्मिक और मानवीय क्षेत्रों में निरंतर सेवा प्रदान करता आ रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य और सामुदायिक विकास के लिए उनकी गतिविधियाँ सराहनीय हैं। अब उन्होंने भागवत कथा के माध्यम से समाज में संस्कृति और धार्मिक जागरूकता फैलाने के लिए एक सुंदर यज्ञ का आयोजन किया है।

इस आयोजन में बड़ी संख्या में भक्त, महंत, संत और प्रमुख सामाजिक नेता उपस्थित रहेंगे। कथा स्थल पर प्रतिदिन शाम को भव्य आरती, प्रसाद वितरण और कथा का पूरा आयोजन बहुत ही भव्य और सुव्यवस्थित तरीके से किया गया है।
समूह के प्रतिनिधियों ने कहा, “यह कथा केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज को भक्ति, एकता और सेवा की भावना से जोड़ने वाला उत्सव है।”
14 से 20 नवंबर तक मुलुंड का श्री कृष्णधाम धाम भक्ति, सेवा और संस्कृति का उत्सव बन जाएगा – जहाँ श्रीमद्भागवत के पावन श्लोकों से पूरा मुलुंड श्री कृष्णमय हो जाएगा।